
नई दिल्ली:
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज लोकसभा में जेल में बंद खडूर के सांसद अमृतपाल सिंह के मामले का हवाला देते हुए भाजपा शासन की तुलना आपातकाल से कर दी। हालांकि उनकी टिप्पणी को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया, लेकिन भाजपा ने इस पर कड़ा पलटवार किया और सवाल उठाया कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बावजूद कांग्रेस ने खालिस्तान समर्थकों का समर्थन करना शुरू कर दिया है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर एक तीखा संदेश पोस्ट किया।
उनकी पोस्ट में लिखा है, “कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह का समर्थन कर रहे हैं। क्या यह जय संविधान है? भारत के टुकड़े-टुकड़े चाहने वाले अलगाववादी का समर्थन कर रहे हैं? राहुल जी को जवाब देना चाहिए – प्रधानमंत्री इंदिरा जी की हत्या का कारण बने खालिस्तान के विचार का स्वागत किया जा रहा है!! कांग्रेस हमेशा अलगाववादियों और आतंकवादियों का समर्थन क्यों करती है? याकूब अफजल 26/11 के जिहादी अब आतंकवादी हैं?”
कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह का समर्थन किया।
क्या यह जय संविधान है? अलगाववादियों के पक्ष में खड़ा होना जो भारत के टुकड़े टुकड़े करना चाहते हैं?
राहुल जी को जवाब देना चाहिए – जिस खालिस्तान के विचार के कारण प्रधानमंत्री इंदिरा जी की हत्या हुई, उसे अब बढ़ावा दिया जा रहा है। pic.twitter.com/j1MDq8s8QY
– शहजाद जय हिंद (मोदी का परिवार) (@Shehzad_Ind) 25 जुलाई, 2024
कांग्रेस ने पहले ही श्री चन्नी की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अमृतपाल सिंह पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं, और किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को नहीं दर्शाते हैं।”
अमृतपाल सिंह पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं और किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को नहीं दर्शाते हैं।
-जयराम रमेश (@जयराम_रमेश) 25 जुलाई, 2024
खालिस्तान समर्थक होने के आरोप में अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने हाल ही में जेल से ही लोकसभा चुनाव लड़ा और खडूर से चार लाख वोटों से जीतकर लोकसभा सदस्य बने।
श्री पूनावाला ने यह भी कहा, “कांग्रेस पार्टी अब अलगाववादी, खालिस्तानी तत्वों का समर्थन कर रही है? वही कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के बारे में बड़े-बड़े दावे करती है, क्या वे ऐसा कहकर संविधान की रक्षा कर रहे हैं? जो व्यक्ति इंदिरा गांधी की हत्या के साथ खड़ा है, जो देश को विभाजित करने की बात करता है, आप आज उसका समर्थन कर रहे हैं। यह प्रतिस्पर्धी तुष्टिकरण की राजनीति का प्रदर्शन है।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस सांसद चन्नी की संसद में की गई टिप्पणी “दुर्भाग्यपूर्ण” थी।
उन्होंने कहा, ‘‘चन्नी के बयान पर मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि इंदिरा गांधी का हत्यारा खालिस्तानी था और कांग्रेस खालिस्तानियों का समर्थन कर रही है। वाह रे कांग्रेस, जय चन्नी। यह भारत की संप्रभुता पर हमला है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए…कांग्रेस का हाथ, खालिस्तानियों के साथउन्होंने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, “यह एक बहुत बड़ी गलती है।”
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने मांग की कि कांग्रेस श्री चन्नी को निष्कासित करे।
उन्होंने कहा कि श्री चन्नी “कनाडा के राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इशारे पर काम कर रहे हैं”, उन्होंने कहा, “कांग्रेस को उन्हें निष्कासित कर देना चाहिए, और यदि कांग्रेस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कांग्रेस इन असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ मिली हुई है”।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए कहा कि यह श्री चन्नी की “निजी राय” है।
लेकिन उनकी टिप्पणी आम आदमी पार्टी के सहयोगी दल के लिए एक झटका थी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अपना रुख तय करना चाहिए। कांग्रेस का आधा हिस्सा एकमत नहीं है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम कार्रवाई करेंगे। मैं किसी एक सांसद का संरक्षक नहीं हूं। मैं पंजाब के लोगों का संरक्षक हूं।”
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