नई दिल्ली, सरकारी नौकरी भर्ती एजेंसी एसएससी ने अपनी भर्ती परीक्षाओं से संबंधित किसी भी तरह की गड़बड़ी में शामिल पाए जाने पर अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
एक आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि कर्मचारी चयन आयोग ने बार-बार अभ्यर्थियों और अन्य हितधारकों के ध्यान में लाया है कि यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी माध्यम से किसी भी रूप में किसी भी सूचना का खुलासा, प्रकाशन, पुनरुत्पादन, प्रेषण, भंडारण या प्रेषण और भंडारण में सुविधा प्रदान करता हुआ पाया गया तो उसे “गंभीर कदाचार माना जाएगा और उसे परीक्षा से वंचित/अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।”
इसमें कहा गया है कि “परीक्षा केंद्र में उपलब्ध कराए गए कच्चे कागजों को ले जाना या परीक्षा सामग्री को अनाधिकृत रूप से अपने पास रखना” भी गंभीर कदाचार माना जाएगा, जिसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
एसएससी द्वारा 10 सितम्बर को जारी नोटिस में कहा गया है, “आयोग के संज्ञान में आया है कि कुछ लोग सोशल मीडिया अर्थात् यूट्यूब, ट्विटर, फेसबुक आदि के माध्यम से उपरोक्त गतिविधियों में संलिप्त हैं।”
इसमें कहा गया है कि ऐसे उम्मीदवारों या व्यक्तियों/व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा यदि आवश्यक हुआ तो ऐसे मामलों की सूचना पुलिस को दी जाएगी।
एसएससी सरकार की सबसे बड़ी भर्ती एजेंसियों में से एक है, जिसका मुख्य कार्य विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में अराजपत्रित पदों के लिए चयन करना है।
एक अन्य संबंधित कदम में, केंद्र ने गुरुवार को एसएससी को पंजीकरण के समय और परीक्षाओं और भर्ती के विभिन्न चरणों के दौरान स्वैच्छिक आधार पर उम्मीदवारों की पहचान सत्यापित करने के लिए आधार-आधारित प्रमाणीकरण करने की अनुमति दी थी।
आधार एक 12 अंकों की संख्या है जो भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा सभी पात्र नागरिकों को बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा के आधार पर जारी की जाती है।
एसएससी द्वारा देश भर में आयोजित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में हजारों अभ्यर्थी शामिल होते हैं।
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