
30 मई, 2024 06:51 PM IST पर प्रकाशित
- गर्भावस्था के दौरान आहार का ध्यान रखना चाहिए तथा ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जो संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकते हैं तथा जो बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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शराब से जन्मजात विकलांगता हो सकती है, जबकि अधिक कैफीन से गर्भपात का जोखिम बढ़ जाता है। यहाँ कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ बताए गए हैं जिन्हें आपको गर्भावस्था के दौरान खाने से बचना चाहिए, जैसा कि न्यूट्रिशनिस्ट जूही कपूर (शटरस्टॉक) द्वारा सुझाया गया है।
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1. पपीता: कच्चे या अर्ध-पके पपीते में लेटेक्स पदार्थ और पपेन नामक एंजाइम होता है, जो गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकता है और संभावित रूप से गर्भपात या समय से पहले प्रसव का कारण बन सकता है। पका हुआ पपीता सीमित मात्रा में खाने के लिए सुरक्षित माना जाता है। (अनस्प्लैश)
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2. अनानास: इसमें ब्रोमेलैन नामक एंजाइम होता है जो गर्भाशय ग्रीवा को नरम कर सकता है और संकुचन का कारण बन सकता है। अनानास के तने और कोर में ब्रोमेलैन उच्च सांद्रता में पाया जाता है। (पेक्सेल्स)
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3. अनपेस्टराइज्ड दूध और सॉफ्ट चीज: अनपेस्टराइज्ड डेयरी उत्पादों में लिस्टेरिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो लिस्टेरियोसिस का कारण बन सकते हैं। (शटरस्टॉक)
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4. एमएसजी: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि एमएसजी के अत्यधिक सेवन से विकासशील भ्रूण के मस्तिष्क पर न्यूरोटॉक्सिक प्रभाव पड़ सकता है और इसे संतान में मोटापे और चयापचय संबंधी विकारों के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है। (अनस्प्लैश/जेरोम जोम)
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5. कैफीन की अधिक मात्रा: अत्यधिक कैफीन का सेवन (प्रतिदिन 200-300 मिलीग्राम से अधिक) गर्भपात और कम वजन वाले बच्चे के जन्म के जोखिम से जुड़ा हुआ है। (अनस्प्लैश)
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6. शराब: गर्भावस्था के दौरान शराब की कोई सुरक्षित मात्रा ज्ञात नहीं है, क्योंकि इससे जन्म दोष और विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। (अनस्प्लैश)
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