नयी दिल्ली:
सरकार को बड़ी राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि भारत में चीतों को फिर से लाने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर सरकार से सवाल पूछने का कोई कारण नहीं है। कोर्ट की यह टिप्पणी कूनो नेशनल पार्क में इस साल नौ चीतों की मौत पर एक याचिका के बाद आई है.
मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान में जिन नौ चीतों की मौत हुई है, उनमें तीन शावक भी शामिल हैं। पिछले साल सितंबर में, राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 वयस्क चीतों का पुनरुद्धार देखा गया था। तब से वहां चार शावकों का जन्म हो चुका है।
1952 में देश से इस प्रजाति को विलुप्त घोषित किए जाने के बाद एक पुनरुत्पादन परियोजना के हिस्से के रूप में चीतों को पार्क में लाया गया था।
सरकार ने कहा कि चीतों को (क्रमशः सितंबर 2022 में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से और इस साल फरवरी में) स्थानांतरित किए जाने के बाद यह पहला वर्ष है, उन्होंने कहा कि यहां की मौसम की स्थिति और इसके प्रभावों के संबंध में लगातार काम चल रहा है।
सरकार ने अदालत को बताया, “बहुत तैयारी है। हर साल 12-14 नए चीते लाए जाएंगे। समस्याएं हैं लेकिन चिंताजनक कुछ भी नहीं है।”
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