नई दिल्ली:
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने सोमवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से भारतीय वायु सेना के सुखोई-30एमकेआई विमान के लिए 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 240 एयरो-इंजन खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
एक बयान में कहा गया है कि इन एयरो-इंजनों की डिलीवरी एक वर्ष बाद शुरू होगी और आठ वर्षों की अवधि में पूरी होगी।
Su-30MKI भारतीय वायु सेना (IAF) के सबसे शक्तिशाली और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लड़ाकू जेट बेड़े में से एक है।
मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2 सितंबर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से भारतीय वायुसेना के सुखोई-30एमकेआई विमान के लिए 240 एयरो-इंजन (एएल-31एफपी) की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसकी लागत सभी करों और शुल्कों सहित 26,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
बयान में कहा गया है कि इन इंजनों में 54 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी, जो एयरो-इंजन के कुछ प्रमुख घटकों के स्वदेशीकरण के कारण बढ़ी है। इनका निर्माण एचएएल के कोरापुट डिवीजन में किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, “एचएएल द्वारा इन एयरो-इंजनों की आपूर्ति से भारतीय वायुसेना के बेड़े की आवश्यकताओं की पूर्ति होगी, जिससे उनका निर्बाध संचालन जारी रहेगा तथा देश की रक्षा तैयारियां मजबूत होंगी।”
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)