
गुरुवार की सुबह भीड़ ने अस्पताल में उत्पात मचाया।
पिछले सप्ताह संस्थान परिसर में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या के विरोध में गुरुवार की सुबह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भीड़ द्वारा की गई तोड़फोड़ के बाद नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कोलकाता और देश के कई अन्य हिस्सों में महिलाओं ने बुधवार रात 'महिलाएं, रात को वापस पाएं' नाम से एक जुलूस निकाला था। बुधवार रात करीब 11 बजे शुरू हुए जुलूस के दौरान कुछ लोग अस्पताल परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे। वाहनों पर हमला किया गया, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के साथ-साथ आंसूगैस के गोले भी दागने पड़े। कोलकाता पुलिस ने कहा कि 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
गुरुवार की सुबह पुलिस ने अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाली भीड़ में शामिल कुछ लोगों की तस्वीरें जारी कीं और उनके बारे में जानकारी मांगी। तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं और संदिग्ध दंगाइयों के चेहरों पर घेरा बनाया गया। कुछ घंटों बाद गिरफ़्तारियों की घोषणा की गई।
हालांकि गिरफ्तार किए गए नौ लोगों की पहचान उजागर नहीं की गई है, लेकिन आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे डॉक्टर अनुभव मंडल ने कहा कि कोलकाता पुलिस द्वारा प्रसारित तस्वीरों में घेरे गए लोगों में वह भी शामिल हैं।
श्री मंडल ने एनडीटीवी से कहा, “हमारा विरोध जारी रहेगा और बड़ा होता जाएगा। जो कोई भी सोचता है कि वह हमारे अंदर डर पैदा कर सकता है, वह सफल नहीं होगा, हम किसी भी कीमत पर न्याय चाहते हैं। हमारी सबसे महत्वपूर्ण मांग अदालत की निगरानी वाली प्रक्रिया के माध्यम से निष्पक्ष जांच और न्याय है।”