भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में वैश्विक स्तर पर 344वां स्थान प्राप्त किया है। पिछले वर्ष 364वें स्थान पर रहने वाला यह संस्थान इस वर्ष 32.9 के समग्र स्कोर के साथ 20 स्थान ऊपर चढ़ा है।
संस्थान ने कुल मिलाकर 344वां स्थान प्राप्त किया है। प्रति संकाय प्रशस्ति पत्र के लिए रैंकिंग 42 है, नियोक्ता प्रतिष्ठा के लिए रैंकिंग 295 है, शैक्षणिक प्रतिष्ठा के लिए 480वीं रैंक है, रोजगार परिणाम, संकाय छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय संकाय, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, अंतर्राष्ट्रीय छात्र और स्थिरता के लिए रैंक 701+ है।
संस्थान द्वारा जारी एक प्रेस वक्तव्य के अनुसार, आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. देवेंद्र जलिहाल ने संस्थान के प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आईआईटी गुवाहाटी की वैश्विक रैंकिंग में साल-दर-साल हो रहा सुधार हमारे संकाय, छात्रों और कर्मचारियों के अथक समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। शिक्षा, शोध और नवाचार में उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमें आगे बढ़ाती है। हमें इस उपलब्धि पर गर्व है और हम अपनी वैश्विक स्थिति को और बेहतर बनाने तथा ज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि विश्व रैंकिंग को और बेहतर बनाने के लिए भारत भर में संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए कई चुनौतियों का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।”
2025 के लिए दुनिया भर में कुल 5663 संस्थानों का मूल्यांकन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 1503 संस्थानों की रैंकिंग की गई। भारत में इस साल 46 संस्थानों को रैंकिंग दी गई है।
भारतीय विश्वविद्यालय शीर्ष 150 की सूची में शामिल होंगे आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली हैं। आईआईटी बॉम्बे ने 118वां स्थान प्राप्त किया है और आईआईटी दिल्ली 150वें स्थान पर है। आईआईएससी 211वें स्थान पर है, आईआईटी खड़गपुर 222वें स्थान पर है, आईआईटी मद्रास 227वें स्थान पर है और आईआईटी कानपुर 263वें स्थान पर है।