क्वाक्वेरेली साइमंड्स ने मंगलवार, 4 जून को क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2025 जारी की। आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली शीर्ष 150 की सूची में प्रवेश करने वाले एकमात्र भारतीय विश्वविद्यालय हैं।
आईआईटी बॉम्बे ने पिछले साल से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 118वां स्थान हासिल किया है। इसी तरह आईआईटी दिल्ली भी इस साल 150वें स्थान पर पहुंच गया है।
इस साल IISc की रैंकिंग में भी बढ़ोतरी हुई है। इसने 211वां स्थान हासिल किया है। IIT खड़गपुर 222वें स्थान पर है, IIT मद्रास 227वें स्थान पर है और IIT कानपुर ने 263वां स्थान हासिल किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय को भी सूची में शामिल किया गया है और उसने 328वां स्थान प्राप्त किया है, इसके बाद आईआईटी रुड़की 335वें, आईआईटी गुवाहाटी 344वें तथा अन्ना विश्वविद्यालय 383वें स्थान पर है।
इनके अलावा आईआईटी इंदौर 477वें, आईआईटी बीएचयू 531वें और जेएनयू ने 580वां स्थान हासिल किया है।
आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिए पात्रता मानदंड में विषय की व्यापकता, स्तर की व्यापकता और शिक्षण का तरीका शामिल हैं।
पिछले साल से मौजूदा संकेतकों के साथ तीन नए संकेतक भी पेश किए गए हैं और अन्य संकेतकों के लिए भार को भी संतुलित किया गया है। स्थिरता, रोजगारपरकता और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान सहयोग ऐसे आयाम हैं जिन्हें या तो मजबूत किया गया है या पहली बार पेश किया गया है।
रैंकिंग तैयार करते समय विभिन्न पहलुओं को महत्व दिया जाता है। शैक्षणिक प्रतिष्ठा को 30%, नियोक्ता प्रतिष्ठा को 15%, संकाय-छात्र अनुपात को 10%, प्रति संकाय उद्धरण को 20%, अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, रोजगार परिणाम और स्थिरता प्रत्येक को 5% महत्व दिया गया है।
2023 में, विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में स्थान पाने वाले भारतीय विश्वविद्यालय 2024 की सूची में आईआईटी बॉम्बे 149वें स्थान पर, आईआईटी दिल्ली 197वें स्थान पर, आईआईएससी बैंगलोर 225वें स्थान पर, आईआईटी-केजीपी 271वें स्थान पर, आईआईटी कानपुर 278वें स्थान पर, आईआईटी मद्रास 285वें स्थान पर शामिल हैं।