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चिकित्सा सेवा बाधित होने के कारण मरने वाले मरीजों के परिवारों को 2 लाख रुपये मिलेंगे: ममता बनर्जी

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चिकित्सा सेवा बाधित होने के कारण मरने वाले मरीजों के परिवारों को 2 लाख रुपये मिलेंगे: ममता बनर्जी


ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों के बातचीत के लिए आने का इंतजार किया

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि उनकी सरकार उन 29 लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देगी, जिनकी मौत कथित तौर पर प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण इलाज नहीं मिलने से हुई।

जूनियर डॉक्टर 9 अगस्त से 'काम बंद करो' विरोध प्रदर्शन पर हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के लिए एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है।

इस मामले से पूरे देश में आक्रोश फैल गया तथा बंगाल और अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।

सुश्री बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जूनियर डॉक्टरों द्वारा लंबे समय से काम बंद रखने के कारण स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान के कारण हमने 29 बहुमूल्य जीवन खो दिए हैं।”

उन्होंने कहा, “शोक संतप्त परिवारों की मदद के लिए राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार के सदस्यों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा करती है।”

सुश्री बनर्जी ने कल कहा था कि वह “लोगों की खातिर” “इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं” क्योंकि प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था, जब तक कि बातचीत का सीधा प्रसारण नहीं किया जाता।

सुश्री बनर्जी ने कहा, “मैंने जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठने की पूरी कोशिश की। मैंने उनका तीन दिन तक इंतजार किया…यहां तक ​​कि जब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार नहीं किया, तब भी मैंने अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ तीन दिनों तक इंतजार किया…हम पीड़िता के लिए न्याय चाहते हैं…सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, उन्हें (डॉक्टरों को) ड्यूटी पर आना चाहिए।”

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर गतिरोध में हस्तक्षेप करने की मांग की है। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट द्वारा लिखे गए चार पन्नों के पत्र की प्रतियां उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी भेजी गईं।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने घोषणा की है कि वे सार्वजनिक मंचों पर मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करेंगे। उनका यह संदेश मुख्यमंत्री और जूनियर डॉक्टरों के बीच प्रस्तावित बैठक के विफल होने के बाद आया है।

कोलकाता की एक अदालत ने आज बलात्कार और हत्या मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय का नार्को-विश्लेषण परीक्षण कराने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। वह सेमिनार हॉल के पास सीसीटीवी में देखा गया था, जहां शव मिला था। नार्को परीक्षण कराने के लिए आरोपी की सहमति अनिवार्य है।





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