नई दिल्ली:
सूत्रों ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन शुरू होने में बस कुछ ही घंटे बचे हैं, जलवायु परिवर्तन पहले से ही नेताओं के बीच एक विवादास्पद मुद्दा बनता जा रहा है। समूह को जीवाश्म-ईंधन के उपयोग को चरणबद्ध तरीके से कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को बढ़ाने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की प्रतिबद्धताओं पर विभाजित किया गया है।
चीन और सऊदी अरब जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से ख़त्म करने के कठोर कदमों का विरोध कर रहे हैं।
जी20 के शेरपाओं या वार्ताकारों ने कई मुद्दों पर प्रगति की है लेकिन जलवायु परिवर्तन पर नेताओं की घोषणा की भाषा ही मुख्य बाधा है।
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान जिस अन्य मुद्दे पर प्रमुख चर्चा होने की उम्मीद है वह यूक्रेन पर रूस का हमला है।