Home Top Stories जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मुठभेड़ शुरू, तलाशी जारी, इलाके की घेराबंदी

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मुठभेड़ शुरू, तलाशी जारी, इलाके की घेराबंदी

14
0
जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मुठभेड़ शुरू, तलाशी जारी, इलाके की घेराबंदी



जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोपोर के वाटरगाम इलाके की घेराबंदी कर दी है और तलाशी अभियान जारी है।

अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।

इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्र शासित प्रदेश के उधमपुर क्षेत्र में एक मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सीआरपीएफ के एक अर्धसैनिक बल के अधिकारी की मौत हो गई थी। आतंकवादियों ने गश्ती दल पर गोलीबारी की थी। इस हमले में सीआरपीएफ की 187 बटालियन के इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार को गोली लगी थी।

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी

जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है। 14 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के डोडा में मुठभेड़ के बाद सेना के एक अधिकारी कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। इस घटना में एक नागरिक भी घायल हो गया। शिवगढ़-अस्सार बेल्ट में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान जंगल में अधिकारी को गोली लग गई।

इस महीने की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्र शासित प्रदेश में लगातार मुठभेड़ों और घात लगाकर किए गए हमलों के बाद बढ़ते आतंकी हमलों पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। यह बैठक दिल्ली के साउथ ब्लॉक में एनएसए अजीत डोभाल और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ हुई थी।

10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के दौरान दो सैनिक और एक नागरिक मारे गए थे। इस क्षेत्र में कठुआ में सेना के काफिले पर हमले, डोडा और उधमपुर में झड़पें और कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) द्वारा किया गया एक असफल हमला देखा गया है।

गृह मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष 21 जुलाई तक 11 आतंकवाद संबंधी घटनाओं और 24 आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों सहित 28 लोग मारे गए।

कार्य योजना

सरकार ने कश्मीर घाटी की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए जम्मू क्षेत्र में भी सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता को पहचाना है। इसके परिणामस्वरूप प्रमुख क्षेत्रों में तैनाती के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को जुटाया गया है।

सरकार की नई सुरक्षा रणनीति का एक प्राथमिक उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में प्रवेश के लिए आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले घुसपैठ मार्गों को बंद करना है।

विभिन्न एजेंसियों द्वारा किए गए सुरक्षा ऑडिट में घाटी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और जम्मू सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगभग दो दर्जन सेक्टरों की पहचान की गई है। आतंकवादी अक्सर सीमा पार करने के लिए स्थानीय गाइडों की मदद लेते हैं।

आतंकवादी अमेरिका में बने एम4 असॉल्ट राइड जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं, जिनमें इन्फ्रारेड थर्मल साइट है और उन्हें जंगल में युद्ध करने का प्रशिक्षण दिया गया है। आतंकवादी पैदल ही घुसपैठ करते हैं और सरकार ने सीमाओं पर बाड़ लगाने के लिए एक परियोजना शुरू की है, हालांकि इसकी प्रगति धीमी रही है और 180 किलोमीटर में से केवल 70 किलोमीटर ही कवर किया जा सका है।



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here