मुंबई, 1970 के दशक में ‘जंजीर’, ‘शोले’ और ‘दीवार’ जैसी फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा में क्रांति लाने वाले दिग्गज पटकथा लेखक सलीम-जावेद एक नई फीचर परियोजना के लिए फिर साथ आएंगे। इस जोड़ी के एक सदस्य जावेद अख्तर ने मंगलवार को यह घोषणा की।
उद्योग जगत के इस दिग्गज ने आगामी प्राइम वीडियो डॉक्यूमेंट्री सीरीज “एंग्री यंग मेन” के ट्रेलर लॉन्च के दौरान यह घोषणा की, जिसमें सलीम खान और अख्तर की शानदार रचनात्मक साझेदारी और विरासत को दिखाया गया है।
“अब मैं आपको बता दूं कि हम लिखने जा रहे हैं। मैंने उनसे कहा है 'बस एक और पिक्चर हम लिखेंगे साथ में'।”
अख्तर ने यहां संवाददाताओं से कहा, “उस जमाने में भी हमारी कीमत ज्यादा थी, इस जमाने में तो बहुत ज्यादा होगी, वो देख लीजिये।”
सलीम-जावेद को अपनी फिल्मों के माध्यम से बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर प्रारूप को फिर से परिभाषित करने का श्रेय दिया जाता है, जो दर्शकों के लिए तो अच्छा था ही, साथ ही अपने समय की पीड़ा को भी बयां करता था। इस जोड़ी को स्टार का दर्जा पाने वाले पहले भारतीय पटकथा लेखक के रूप में भी जाना जाता है।
22 हिंदी फिल्मों और दो कन्नड़ फिल्मों में सहयोग करने के बाद, दोनों ने 1982 में अपनी साझेदारी समाप्त करने का निर्णय लिया।
डॉक्यूसीरीज का शीर्षक, “एंग्री यंग मेन”, 70 के दशक में उनके द्वारा बनाए गए एंग्री यंग मैन नायक-प्रकार को संदर्भित करता है, जो उस युग का सिनेमाई प्रतिनिधित्व बन गया और जिसने अमिताभ बच्चन के स्टारडम को भी जन्म दिया।
तीन भागों वाली यह श्रृंखला 20 अगस्त को प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी।
'एंग्री यंग मेन' सुपरस्टार सलमान खान की सलमान खान फिल्म्स, फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट और जोया अख्तर और रीमा कागती की टाइगर बेबी फिल्म्स द्वारा निर्मित एक संयुक्त उद्यम है।
नम्रता राव, जो “ओए लकी! लकी ओए!”, “इश्किया”, “बैंड बाजा बारात” और “कहानी” जैसी फिल्मों में संपादक के रूप में अपने काम के लिए जानी जाती हैं, इसकी निर्देशक हैं।
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