भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तारी के बाद पांच महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर रिहा होने के एक दिन बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर उन्हें ‘‘फंसाने’’ का आरोप लगाया और कहा कि राज्य के लोग इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी को करारा जवाब देंगे।
शनिवार को एनडीटीवी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने अपने संघर्षों को भी कमतर आंकते हुए कहा कि उनके पिता, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन और उनकी पार्टी के अन्य लोगों को इससे भी बदतर हालातों का सामना करना पड़ा है।
अपनी गिरफ़्तारी को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए श्री सोरेन ने एक आरोप दोहराया जो अक्सर सत्तारूढ़ पार्टी पर लगाया जाता रहा है और दावा किया कि वह एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ़ की गई कार्रवाई इस बात का सबूत है कि ग़रीबों, आदिवासियों और किसानों की आवाज़ दबाई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने सब कुछ देखा है और नवंबर के आसपास होने वाले चुनावों में अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करेंगे।
झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन का शासन है, जिसके 27 विधायक हैं, उसके बाद कांग्रेस है, जिसके 81 सदस्यीय सदन में 18 विधायक हैं। यह गठबंधन, बड़े इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है, जिसमें आरजेडी और सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन भी शामिल हैं, जिनके पास एक-एक सीट है।
जेल में बिताए समय के बारे में पूछे जाने पर झामुमो नेता ने कहा, “हमारे पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने इससे भी कठिन लड़ाई लड़ी है, उनके सामने यह कुछ भी नहीं है। अब हम अग्रिम मोर्चे पर हैं और मुझे भी चीजों को समझने और (हमारे खिलाफ रची गई साजिशों) को समझने का अवसर मिला है।”
जिन मामलों में उनका नाम है, उनके बारे में उन्होंने कहा, “अदालत ने आदेश दिया है, वह ऑनलाइन उपलब्ध है। उसे देखिए और आकलन कीजिए कि किस तरह गरीबों, दलितों, पिछड़ों और किसानों की आवाज दबाई जा रही है। ये पांच महीने जो मैं जेल में था… एक गरीब व्यक्ति, एक किसान के लिए हर पल और हर घंटा कीमती है।”
उसकी पत्नी का भविष्य?
श्री सोरेन की गिरफ़्तारी के बाद पार्टी के तीसरे सबसे बड़े नेता चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना के मुख्यमंत्री बनने की अफ़वाहें उड़ीं और उनकी साली सीता सोरेन ने भी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी।
क्या वह फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे, इस सवाल पर श्री सोरेन ने कहा, “मैं यह सब बाद में देखूंगा। मैं कल ही बाहर आया हूं। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हूं और उनका स्वागत किया जा रहा है। मेरे प्यारे कार्यकर्ताओं ने मुझ पर भरोसा जताया है और मैं उनके उत्साह में शामिल हूं। मैं अभी सरकार या पार्टी को नहीं देख रहा हूं। यह सब आने वाले समय में देखा जाएगा और आपको बताया जाएगा।”
श्री सोरेन जब जेल में थे, तब कल्पना सोरेन ने सक्रिय भूमिका निभाई थी और भारत गठबंधन की बैठकों में भी शामिल हुई थीं। जब जेएमएम नेता से उनकी भावी भूमिका के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “वह मेरी पत्नी हैं और हम एक राजनीतिक परिवार से हैं। मेरे पिता राजनीति में रहे हैं और मेरे बड़े भाई, मेरी पत्नी और मैं भी राजनीति में रहे हैं। हमारे विरोधी इसे वंशवाद की राजनीति कहेंगे, लेकिन मैं केवल यही कहूंगा कि सभी को अपनी क्षमता के अनुसार काम करना चाहिए।”