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पुणे बार 'ड्रग' वीडियो मामला: जांच तेज, अब तक 14 गिरफ्तार

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पुणे बार 'ड्रग' वीडियो मामला: जांच तेज, अब तक 14 गिरफ्तार


पुलिस के अनुसार, शराब निर्धारित समय सीमा से अधिक समय तक बेची जा रही थी।

पुणे:

पुणे के एक बार से कथित तौर पर वायरल हुए वीडियो की जांच के सिलसिले में गिरफ्तारियों की संख्या सोमवार शाम तक 14 तक पहुंच गई, जब महाराष्ट्र आबकारी विभाग ने रेस्तरां के छह वेटरों को गिरफ्तार कर लिया।

इससे पहले, पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था और चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था, क्योंकि बार को निर्धारित समय सीमा से अधिक समय तक संचालित पाया गया था।

पुलिस ने एक वायरल वीडियो के बाद जांच शुरू की थी, जिसमें कथित तौर पर महाराष्ट्र के पुणे शहर के फर्ग्यूसन कॉलेज रोड पर स्थित लिक्विड लीजर लाउंज, जिसे एल 3 भी कहा जाता है, में कुछ लोगों को नशीली दवा जैसे पदार्थ के साथ दिखाया गया था।

अधिकारी ने बताया कि संतोष कामठे, विट्ठल कामठे, योगेंद्र गिरासे, रवि माहेश्वरी, अक्षय कामठे, दिनेश मानकर, रोहन गायकवाड़, मानस मलिक के रूप में पहचाने गए आठ लोगों को यहां की एक अदालत ने 29 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

वायरल वीडियो का हवाला देते हुए अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने होटल में अपने ग्राहकों को नशीला पदार्थ दिया था और वे इस मामले की आगे जांच करना चाहते हैं।

अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि आरोपी ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर ग्राहकों को नशीले पदार्थ, शराब और सिगरेट पीने के लिए होटल में आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि पुलिस इन ग्राहकों के बारे में आगे की जांच करना चाहती है।

पुलिस ने अदालत में कहा कि वह युवकों के साथ-साथ वायरल वीडियो में दिख रहे नाबालिग का भी पता लगाना चाहती है।

पुलिस के अनुसार, रविवार को बार सुबह 5 बजे तक खुला था और तय समय सीमा से ज़्यादा शराब बेची जा रही थी। पुणे में बार और पब को रात 1.30 बजे तक खुले रहने की अनुमति है।

बाद में शाम को राज्य आबकारी विभाग ने कहा कि उसने लिक्विड लीजर लाउंज (एल 3) का लाइसेंस निलंबित कर दिया है और शराब स्टॉक मानदंडों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए छह वेटरों को गिरफ्तार भी किया है।

उन्हें महाराष्ट्र मद्यनिषेध अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है और 29 जून तक हिरासत में भेज दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि वायरल वीडियो के सिलसिले में गिरफ्तारियों की कुल संख्या 14 हो गई है।

पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इससे पहले पीटीआई-भाषा को बताया, “हमने लिक्विड लीजर लाउंज (एल3) के मालिकों और कर्मचारियों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। यह बात सामने आई है कि यह प्रतिष्ठान रविवार को तय समय सीमा से अधिक समय तक खुला था।”

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा) तथा महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, महाराष्ट्र निषेध अधिनियम और सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस मामले में रात्रि ड्यूटी पर तैनात शिवाजीनगर पुलिस थाने के एक निरीक्षक, एक सहायक निरीक्षक और दो बीट मार्शलों को निलंबित कर दिया गया है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इससे पहले दोपहर में दक्षिणपंथी संगठन पतित पावन संगठन के सदस्यों ने कथित तौर पर बार के बोर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया, बार पर पथराव किया और बार के बाहर रखे पौधों के गमलों को तोड़ दिया।

इस बीच, पुणे के पहली बार सांसद और नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हालांकि निलंबन की कार्रवाई तत्काल की गई है, लेकिन पुलिस आयुक्त को मादक पदार्थों के खिलाफ समर्पित अभियान शुरू करने और इसके लिए अलग से जनशक्ति तैनात करने का भी निर्देश दिया गया है।

मोहोल ने कहा, “सभी कॉलेजों, पबों, होटलों और अन्य संदिग्ध स्थानों की सख्त कार्रवाई के साथ तलाशी ली जानी चाहिए। पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे जड़ तक जाएं और देखें कि शहर में ड्रग्स कहां से उपलब्ध हैं।”

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)



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