मोतिहारी:
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में गुरुवार को एक सेप्टिक टैंक के अंदर जहरीली गैस के कारण चार मजदूरों की मौत हो गई, जिसके बाद भीड़ ने हिंसक प्रदर्शन किया और एक निजी क्लिनिक में तोड़फोड़ की, एक एम्बुलेंस में आग लगा दी तथा पुलिस दल पर हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
डीएसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि टैंक में उतरे पांच लोगों में से एक बच गया और उसका इलाज चल रहा है।
मिश्रा ने बताया, “यह घटना ढाका पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव में हुई। सेप्टिक टैंक के अंदर बेहोश होने के बाद पांचों मजदूरों को पास के एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया। वहां चार को मृत घोषित कर दिया गया। तब तक वहां भीड़ जमा हो गई थी। मारे गए कुछ मजदूरों के परिवार के सदस्यों ने डॉक्टरों की लापरवाही को मौत का जिम्मेदार ठहराया, जिसके कारण हिंसक प्रदर्शन हुए।”
पुलिस ने बताया कि मारे गए श्रमिकों की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच थी।
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)