मॉस्को:
रूसी अधिकारियों ने कहा कि वे चार भारतीय छात्रों के शवों की तलाश कर रहे हैं जो नदी में तैरते समय डूब गए थे। रूसी आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि निशा सोनवाने नामक पांचवीं भारतीय छात्रा को बचा लिया गया है; उसकी हालत गंभीर है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि डूबने वाले चार छात्रों की पहचान जिया पिंजारी, जिशान पिंजारी, मोहम्मद याकूब मलिक और हर्षल देसाली के रूप में हुई है। ये चारों छात्र महाराष्ट्र के जलगांव जिले के रहने वाले थे।
रूसी अधिकारियों ने बयान में कहा, “उपर्युक्त सभी (भारतीय) नागरिक वाई मुद्री के नाम पर नोवगोरोड स्टेट यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। डूबे हुए लोगों के शवों का पता नहीं चल पाया है। तलाशी अभियान 05.06.2024 की सुबह तक स्थगित कर दिया गया है।”
जिशान और जिया भाई-बहन थे और महाराष्ट्र के जलगांव जिले के अमलनेर के रहने वाले थे। हर्षल देसले भी जलगांव जिले के भड़गांव के रहने वाले थे।
एक परिवार के सदस्य ने स्थानीय मीडिया को बताया, “जब वे वोल्खोव नदी में प्रवेश कर गए, तो जिशान ने अपने परिवार को एक वीडियो कॉल किया। उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्य जिशान और अन्य लोगों से नदी के पानी से बाहर आने की विनती कर रहे थे, तभी एक तेज़ लहर उन्हें बहा ले गई।”
इस घटना के बाद रूस स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक परामर्श जारी कर रूस में रहने वाले भारतीयों से जल निकायों में जाते समय अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा।
मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, “रूस में भारतीय छात्रों के डूबने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं समय-समय पर होती रहती हैं। इस वर्ष ऐसी घटनाओं में अब तक चार भारतीय छात्रों की जान जा चुकी है।”
इसमें कहा गया है कि 2023 में दो भारतीय छात्र तथा 2022 में छह भारतीय छात्र रूस में डूब जाएंगे।
बयान में कहा गया है, “इसलिए दूतावास रूस में भारतीय छात्रों से आग्रह करता है कि वे समुद्र तटों, नदियों, झीलों, तालाबों और अन्य जल निकायों में जाते समय अत्यधिक सावधानी बरतें। छात्रों को इस संबंध में सभी आवश्यक सावधानियां और सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी जाती है।”