मानसून के दौरान कोटा में मगरमच्छ का दिखना एक वार्षिक मामला बन गया है।
जयपुर:
लगातार बारिश और उसके कारण आई बाढ़ के कारण राजस्थान के कोटा में लोगों के लिए एक नया डर पैदा हो गया है – मगरमच्छ। रिपोर्टों के अनुसार, शहर में असामान्य बारिश के कारण सरीसृप रिहायशी इलाकों में अपना रास्ता बना रहे हैं, जिससे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
हाल ही में देखे गए 4 फीट लंबे मगरमच्छ को सोशल वीडियो पर व्यापक रूप से साझा किया गया है। तलवंडी इलाके में मुख्य सड़क पर देर रात सरीसृप को सड़क पार करते हुए फिल्माया गया था। बाद में इसे सड़क किनारे एक बड़े नाले में जाता देखा गया।
मानसून के दौरान कोटा में मगरमच्छ का दिखना एक वार्षिक मामला बन गया है।
पिछले साल प्रगति नगर के एक रिहायशी इलाके में सात फुट लंबा मगरमच्छ देखा गया था। बाद में सरीसृप को बचा लिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल वन्यजीव विभाग द्वारा दो दर्जन से अधिक मगरमच्छों को रिहायशी इलाकों से बचाया गया और नदियों में छोड़ा गया।
पंद्रह जिलों अजमेर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, जयपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक और उदयपुर में असामान्य वर्षा (60 प्रतिशत या अधिक) दर्ज की गई है जबकि 11 जिलों में वर्षा हुई है। अलवर, भरतपुर, बीकानेर, चूरू, दौसा, धौलपुर, गंगानगर, झुंझुनू, करौली, कोटा और प्रतापगढ़ में 20 प्रतिशत से 59 प्रतिशत से कम है।
बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, डूंगरपुर, हनुमानगढ़ और झालावाड़ में सामान्य वर्षा (19 प्रतिशत से -19 प्रतिशत) है जबकि कम वर्षा (-20 प्रतिशत से -59 प्रतिशत) वाला कोई जिला नहीं है।