भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अधिक समावेशी समाज के लिए जोर दिया तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सकारात्मक कार्रवाई को मजबूत करने का आह्वान किया।
80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त खाद्यान्न वितरण सहित विभिन्न योजनाओं के बारे में बोलते हुए राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा कि सामाजिक न्याय नरेंद्र मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सुश्री मुर्मू ने कहा कि लाल किले पर, राज्य की राजधानियों या स्थानीय मोहल्लों में तिरंगा फहराते हुए देखना नागरिकों के दिलों को रोमांचित करता है और यह हमारे महान राष्ट्र का हिस्सा होने की खुशी की अभिव्यक्ति है।
राष्ट्रपति ने कहा, “जिस तरह हम अपने परिवारों के साथ विभिन्न त्यौहार मनाते हैं, उसी तरह हम स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस भी अपने परिवार के साथ मनाते हैं, जिसमें हमारे साथी नागरिक शामिल होते हैं… हमें एहसास है कि हम उस श्रृंखला का हिस्सा हैं जो स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वालों के सपनों और उन लोगों की आकांक्षाओं को जोड़ती है, जो आने वाले वर्षों में राष्ट्र को अपना पूर्ण गौरव प्राप्त करते हुए देखेंगे। यह एहसास होना कि हम इतिहास की इस श्रृंखला की कड़ी हैं, विनम्र करने वाला है।”