नई दिल्ली, सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि वर्तमान में 2024 तक 13 लाख से अधिक भारतीय छात्र विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में आंकड़े साझा किए, जिसमें पूछा गया था कि क्या सरकार विदेश में अध्ययन के लिए जाने वाले प्रवासी छात्रों का डेटा रखती है।
अपने जवाब में सिंह ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, सिंगापुर, रूस, इजरायल और यूक्रेन सहित 108 देशों में अध्ययन कर रहे भारतीय छात्रों का देशवार विवरण साझा किया।
साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, आज की तारीख में 2024 में 13,35,878 भारतीय छात्र विदेश में उच्च अध्ययन कर रहे हैं।
2023 के लिए यह आंकड़ा 13,18,955 था, जबकि 2022 के लिए यह 9,07,404 था।
चालू वर्ष में 1,33,5878 भारतीय छात्रों में से 4,27000 कनाडा में, 3,37,630 छात्र अमेरिका में, 8580 चीन में, आठ ग्रीस में, 900 इजरायल में, 14 पाकिस्तान में और 2510 यूक्रेन में अध्ययन कर रहे थे।
“विदेश स्थित भारतीय मिशन/केंद्र विदेशों में अध्ययनरत भारतीय छात्रों के साथ निरंतर संपर्क में रहते हैं तथा उन्हें अपने यहां अथवा ग्लोबल रिश्ता पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे पहली बार विदेश यात्रा करने वाले भारतीय छात्रों के लिए 'स्वागत समारोह' आयोजित करते हैं तथा उन्हें मेजबान देशों में सुरक्षा संबंधी मुद्दों के बारे में जानकारी देते हैं।
मंत्री ने अपने जवाब में कहा, “वे उन्हें भारतीय मिशनों/केंद्रों में पंजीकरण कराने तथा नियमित रूप से संपर्क में रहने की सलाह भी देते हैं। भारतीय मिशन/केंद्र स्वैच्छिक पंजीकरण के माध्यम से विदेशों में भारतीय छात्रों का डेटा एकत्र करने के लिए उपरोक्त विधि का उपयोग करते हैं। विदेश में भारतीय मिशन/केंद्र विदेशों में अध्ययनरत भारतीय छात्रों की संख्या के बारे में डेटा सुरक्षित करने के लिए मेजबान सरकारों के संबंधित प्राधिकारियों के साथ समन्वय भी करते हैं।”
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि भारत सरकार लगातार ऐसे देशों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है जो भारतीयों को विश्व भर में यात्रा करने में आसानी के लिए वीजा मुक्त प्रवेश यात्रा, आगमन पर वीजा की सुविधा प्रदान कर सकते हैं।
यह आलेख एक स्वचालित समाचार एजेंसी फ़ीड से बिना किसी संशोधन के तैयार किया गया है।