Home Astrology 22 से 28 दिसंबर, 2023 तक साप्ताहिक पंचांग: इस सप्ताह ग्रह गोचर...

22 से 28 दिसंबर, 2023 तक साप्ताहिक पंचांग: इस सप्ताह ग्रह गोचर और शुभ मुहूर्त

35
0
22 से 28 दिसंबर, 2023 तक साप्ताहिक पंचांग: इस सप्ताह ग्रह गोचर और शुभ मुहूर्त


यह सप्ताह राशि चक्र में कुछ रोमांचक घटनाक्रम लेकर आएगा। शुक्र और बुध वृश्चिक राशि में और मंगल धनु राशि में गोचर करेंगे। इसके अतिरिक्त, हम कन्नड़ हनुमान जयंती मनाएंगे, जो कन्नड़ कैलेंडर में एक विशेष अवसर है। सबसे बढ़कर, सप्ताह का समापन मार्गशीर्ष पूर्णिमा, पूर्णिमा के दिन के साथ होता है। संपत्ति और वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। आइए नई दिल्ली, एनसीटी, भारत के लिए इस सप्ताह के महत्वपूर्ण पंचांग विवरण देखें।

प्रचलित ग्रह स्थिति के आधार पर दैनिक कार्यों को करने के लिए शुभ और अशुभ समय निर्धारित करने के लिए साप्ताहिक पंचांग प्राप्त करें।

इस सप्ताह शुभ मुहूर्त

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यदि कोई कार्य शुभ मुहूर्त में किया जाए तो उसके सफलतापूर्वक पूरा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यदि हम ब्रह्मांडीय समयरेखा के अनुरूप कार्य निष्पादित करते हैं तो एक शुभ मुहूर्त हमें हमारे भाग्य के अनुसार सर्वोत्तम परिणाम प्रदान करता है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते समय मुहूर्त का ध्यान रखना जरूरी है। विभिन्न गतिविधियों के लिए इस सप्ताह का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:

फेसबुक पर एचटी चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज के साथ बने रहें। अब शामिल हों
  • विवाह मुहूर्त: इस सप्ताह कोई शुभ विवाह मुहूर्त उपलब्ध नहीं है
  • गृह प्रवेश मुहूर्त: इस सप्ताह कोई शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है
  • संपत्ति क्रय मुहूर्त: इस सप्ताह 28 दिसंबर, गुरुवार को शुभ मुहूर्त उपलब्ध है (07:13 पूर्वाह्न से 01:05 पूर्वाह्न, 29 दिसंबर)
  • वाहन खरीद मुहूर्त: इस सप्ताह 24 दिसंबर, रविवार को शुभ मुहूर्त उपलब्ध है (09:19 अपराह्न से 05:54 पूर्वाह्न, 25 दिसंबर)

इस सप्ताह आगामी ग्रह गोचर

वैदिक ज्योतिष में, ग्रहों का गोचर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वे जीवन में परिवर्तन और प्रगति की आशा करने का प्रमुख तरीका हैं। ग्रह दैनिक आधार पर चलते हैं और इस प्रक्रिया में कई नक्षत्रों और राशियों से गुजरते हैं। यह घटनाओं के घटित होने की प्रकृति और विशेषताओं को समझने में सहायता करता है। इस सप्ताह आगामी गोचर इस प्रकार हैं:

  • 25 दिसंबर (सोमवार) को प्रातः 06:55 बजे शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा
  • मंगल 28 दिसंबर (गुरुवार) को रात्रि 12:36 बजे धनु राशि में प्रवेश करेगा
  • शुक्र 28 दिसंबर (गुरुवार) को प्रातः 01:02 बजे अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेगा
  • 28 दिसंबर (गुरुवार) को सुबह 10:39 बजे बुध ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेगा
  • 28 दिसंबर (गुरुवार) को सुबह 10:39 बजे बुध वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा

इस सप्ताह आने वाले त्यौहार

  • मोक्षदा एकादशी (शुक्रवार, 22 दिसंबर): इस दिन, लोग उपवास, प्रार्थना और दूसरों को दान देकर आध्यात्मिक मुक्ति चाहते हैं। यह दिन पिछले सभी पापों को क्षमा करने वाला और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाला माना जाता है।
  • वैकुंठ एकादशी (शनिवार, 23 दिसंबर): वैकुंठ एकादशी, जो भगवान विष्णु के निवास के लिए स्वर्गीय द्वार खोलती है, एक हिंदू त्योहार है। मंदिरों में जाना, भजन गाना और तपस्या करना कुछ अनुष्ठान हैं जो हिंदू इस महत्वपूर्ण दिन पर मोक्ष या दैवीय कृपा प्राप्त करने के लिए करते हैं।
  • रवि प्रदोष व्रत (रविवार, 24 दिसंबर): रवि प्रदोष व्रत हिंदू संस्कृति में एक पवित्र दिन है जो रविवार और प्रदोष व्रत का प्रतीक है, जो भगवान शिव का सम्मान करता है। भक्त आशीर्वाद पाने के लिए उपवास करते हैं, अनुष्ठान करते हैं और प्रार्थना करते हैं, जो पाप और सौभाग्य को कम करने वाला माना जाता है।
  • कन्नड़ हनुमान जयंती (रविवार, 24 दिसंबर): इस दिन कर्नाटक में भगवान हनुमान का जन्म मनाया जाता है। भगवान हनुमान एक ऐसी छवि हैं जो वफादारी और साहस का प्रतीक हैं, और लोग मंदिरों में जाते हैं, उनसे प्रार्थना करते हैं और शक्ति और सुरक्षा की कामना करते हैं।
  • दत्तात्रेय जयंती (मंगलवार, 26 दिसंबर): भारत दत्तात्रेय जयंती के दौरान आध्यात्मिक उत्साह से भर जाता है क्योंकि यह भगवान दत्तात्रेय के जन्म का उत्सव है। लोग ब्रह्मा, विष्णु और शिव के अविभाजित रूप की पूजा करते हैं।
  • मार्गशीर्ष पूर्णिमा (मंगलवार, 26 दिसंबर): मार्गशीर्ष पूर्णिमा, एक हिंदू त्योहार, मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित एक धार्मिक प्रथा है। यह संतुलन, कृतज्ञता और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है।

इस सप्ताह अशुभ राहु कालम्

वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। ग्रहों के गोचर के दौरान, राहु के प्रभाव वाले समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। इस दौरान शुभ ग्रहों की शांति के लिए पूजा, हवन या यज्ञ करने से राहु अपनी अशुभ प्रकृति के कारण इसमें बाधा डालता है। कोई भी नया कार्य शुरू करने से पहले राहु काल का विचार करना जरूरी है। ऐसा करने से वांछित परिणाम प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है। इस सप्ताह के लिए राहु कालम का समय निम्नलिखित है:

  • 22 दिसंबर: सुबह 11:02 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक
  • 23 दिसंबर: प्रातः 09:45 बजे से प्रातः 11:03 बजे तक
  • 24 दिसंबर: सायं 04:13 बजे से सायं 05:30 बजे तक
  • दिसंबर 25: प्रातः 08:29 से प्रातः 09:46 तक
  • 26 दिसंबर: दोपहर 02:56 बजे से शाम 04:14 बजे तक
  • 27 दिसंबर: दोपहर 12:22 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक
  • 28 दिसंबर: 01:40 अपराह्न से 02:58 अपराह्न तक

पंचांग एक कैलेंडर है जिसका उपयोग वैदिक ज्योतिष में प्रचलित ग्रहों की स्थिति के आधार पर दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने के लिए शुभ और अशुभ समय निर्धारित करने के लिए किया जाता है। इसमें पांच तत्व शामिल हैं – वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। पंचांग का सार सूर्य (हमारी आत्मा) और चंद्रमा (मन) के बीच दैनिक आधार पर अंतर-संबंध है। पंचांग का उपयोग वैदिक ज्योतिष की विभिन्न शाखाओं जैसे कि जन्म, चुनाव, प्रश्न (भयानक), धार्मिक कैलेंडर और दिन की ऊर्जा को समझने के लिए किया जाता है। हमारे जन्म के दिन का पंचांग हमारी भावनाओं, स्वभाव और प्रकृति को दर्शाता है। यह इस बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकता है कि हम कौन हैं और हम कैसा महसूस करते हैं। यह ग्रहों के प्रभाव को बढ़ा सकता है और हमें अतिरिक्त विशेषताएं प्रदान कर सकता है जिन्हें हम केवल अपनी जन्म कुंडली के आधार पर नहीं समझ सकते हैं। पंचांग जीवन शक्ति ऊर्जा है जो जन्म कुंडली का पोषण करती है।

———————-

-नीरज धनखेर

(वैदिक ज्योतिषी, संस्थापक – एस्ट्रो जिंदगी)

ईमेल: info@astrozindagi.in, neeraj@astrozindagi.in

यूआरएल: www.astrozindagi.in

संपर्क: नोएडा: +919910094779



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here